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RBI के नए नियम: अब चेक क्लियरेंस सिर्फ घंटों में – जानिए फायदे और सावधानियाँ"

  RBI के नए नियम: अब चेक क्लियरेंस सिर्फ घंटों में – जानिए फायदे और सावधानियाँ" परिचय बैंकिंग की दुनिया में अब बदलाव की राह दिखने लगी है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे चेक क्लियर होने का समय अब केवल दो दिनों तक सीमित नहीं रहेगा। यदि आप चेक उपयोग करते हैं, तो यह सूचना आपके लिए बेहद जरूरी है। RTC (Continuous Clearing)… एक क्रांतिकारी सेवा नया सिस्टम क्या है? RBI ने फेज़-1 में 4 अक्टूबर 2025 से और फेज़-2 में 3 जनवरी 2026 से, “Continuous Clearing and Settlement on Realisation” नामक सिस्टम लागू करने का निर्णय लिया है। इस बदलाव से अब चेक क्लियर करने का समय घटकर घंटों में हो जाएगा—जिसकी शुरुआत सिर्फ दो कार्य दिवस तक के समय से होती है । फेज़-1: क्या होगा? चेक 10 AM से 4 PM के बीच बैंक को जमा करवाने पर तुरंत स्कैन करके क्लियरिंग हाउस को भेजा जाएगा। भुगतान बैंक को 7 PM तक चेक के सम्मान (honour) या अस्वीकृति (dishonour) की जानकारी देनी होगी। यदि उत्तर नहीं मिलता, तो चेक स्वतः ही स्वीकृति मान लिया जाएगा और क्लियर हो जाएगा । फेज़-2: T+3 घंटे का आश...

भारतीय स्टार्टअप्स में छंटनी और बंद होने की बढ़ती प्रवृत्ति: कारण, प्रभाव और भविष्य की दिशा




भारतीय स्टार्टअप्स में छंटनी और बंद होने की बढ़ती प्रवृत्ति: कारण, प्रभाव और भविष्य की दिश

भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम, जो कभी नवाचार और विकास का प्रतीक था, अब एक कठिन दौर से गुजर रहा है। पिछले दो वर्षों में, हजारों स्टार्टअप्स ने अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं, और लाखों कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। इस लेख में, हम इस संकट के कारणों, इसके प्रभावों और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे। 


📉 स्टार्टअप्स के बंद होने की बढ़ती संख्या


2023 और 2024 के बीच, भारत में लगभग 28,000 स्टार्टअप्स ने अपने संचालन बंद कर दिए हैं। यह संख्या 2019-2022 के दौरान बंद हुए स्टार्टअप्स की तुलना में 12 गुना अधिक है। इस प्रवृत्ति के पीछे कई कारण हैं, जिनमें प्रमुख हैं: 


फंडिंग में गिरावट: 2023 में, भारतीय स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग $18.3 बिलियन से घटकर $3.8 बिलियन रह गई।  


अस्थिर व्यापार मॉडल: कई स्टार्टअप्स ने बिना लाभकारी मॉडल के तेजी से विस्तार किया, जिससे वे लंबे समय तक टिक नहीं पाए। 


नियामक चुनौतियाँ: ऑनलाइन गेमिंग, क्रिप्टोकरेंसी और एडटेक जैसे क्षेत्रों में कड़े नियमों ने कई स्टार्टअप्स को प्रभावित किया। 



👥 छंटनी की लहर


2023 में, भारतीय स्टार्टअप्स ने 28,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला। यह संख्या 2022 की तुलना में दोगुनी है।  


2024 में, यह संख्या घटकर 9,000 हो गई, जो कि एक सकारात्मक संकेत है।  


प्रमुख छंटनी करने वाले स्टार्टअप्स में शामिल हैं: 


Byju's: 2,500 कर्मचारियों की छंटनी। 


Paytm: 1,000 कर्मचारियों की छंटनी। 


Swiggy: 380 कर्मचारियों की छंटनी। 


Meesho: 251 कर्मचारियों की छंटनी। 


ShareChat: 700 कर्मचारियों की छंटनी। 



🛑 प्रमुख स्टार्टअप्स का बंद होना


कई प्रसिद्ध स्टार्टअप्स ने हाल के वर्षों में अपने संचालन बंद कर दिए हैं: 


Koo: स्थानीय भाषाओं में माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, जुलाई 2024 में बंद हुआ।  


Otipy: सब्सक्रिप्शन-आधारित ग्रॉसरी प्रदाता, मई 2025 में बंद हुआ, जिससे 300 कर्मचारियों पर प्रभाव पड़ा।  


Crejo.Fun: एडटेक स्टार्टअप, जून 2024 में बंद हुआ, जिससे 170 कर्मचारियों की नौकरी गई।  


Dunzo: हाइपरलोकल डिलीवरी स्टार्टअप, जनवरी 2025 में बंद हुआ।  



🔍 संकट के पीछे के कारण


1. फंडिंग विंटर: वैश्विक आर्थिक मंदी और निवेशकों की सतर्कता ने स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग प्राप्त करना कठिन बना दिया। 



2. अस्थिर व्यापार मॉडल: कई स्टार्टअप्स ने बिना लाभकारी मॉडल के तेजी से विस्तार किया, जिससे वे लंबे समय तक टिक नहीं पाए। 



3. नियामक चुनौतियाँ: ऑनलाइन गेमिंग, क्रिप्टोकरेंसी और एडटेक जैसे क्षेत्रों में कड़े नियमों ने कई स्टार्टअप्स को प्रभावित किया। 



4. महामारी के बाद की चुनौतियाँ: COVID-19 के बाद की दुनिया में उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव और आर्थिक अनिश्चितता ने स्टार्टअप्स के लिए नई चुनौतियाँ पेश कीं। 




🌱 भविष्य की दिशा


हालांकि वर्तमान परिदृश्य चुनौतीपूर्ण है, लेकिन भविष्य में सुधार की संभावनाएँ हैं: 


स्थिरता पर ध्यान: स्टार्टअप्स अब लाभप्रदता और स्थिरता पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। 


नवाचार और विविधता: नए क्षेत्रों में नवाचार और विविधता लाने वाले स्टार्टअप्स के लिए अवसर हैं। 


सरकारी समर्थन: सरकार द्वारा स्टार्टअप्स के लिए नई नीतियाँ और समर्थन योजनाएँ लागू की जा रही हैं। 



📝 निष्कर्ष


भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। हालांकि हाल के वर्षों में कई चुनौतियाँ सामने आई हैं, लेकिन यह भी एक अवसर है पुनः मूल्यांकन करने और अधिक स्थिर, लाभकारी और नवाचार-प्रेरित भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने का। 




नोट: यदि आप एक स्टार्टअप शुरू करने की योजना बना रहे हैं या किसी स्टार्टअप में काम कर रहे हैं, तो यह समय है सतर्क रहने, अपने व्या

पार मॉडल का पुनः मूल्यांकन करने और स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करने का। 


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