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RBI के नए नियम: अब चेक क्लियरेंस सिर्फ घंटों में – जानिए फायदे और सावधानियाँ"

  RBI के नए नियम: अब चेक क्लियरेंस सिर्फ घंटों में – जानिए फायदे और सावधानियाँ" परिचय बैंकिंग की दुनिया में अब बदलाव की राह दिखने लगी है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे चेक क्लियर होने का समय अब केवल दो दिनों तक सीमित नहीं रहेगा। यदि आप चेक उपयोग करते हैं, तो यह सूचना आपके लिए बेहद जरूरी है। RTC (Continuous Clearing)… एक क्रांतिकारी सेवा नया सिस्टम क्या है? RBI ने फेज़-1 में 4 अक्टूबर 2025 से और फेज़-2 में 3 जनवरी 2026 से, “Continuous Clearing and Settlement on Realisation” नामक सिस्टम लागू करने का निर्णय लिया है। इस बदलाव से अब चेक क्लियर करने का समय घटकर घंटों में हो जाएगा—जिसकी शुरुआत सिर्फ दो कार्य दिवस तक के समय से होती है । फेज़-1: क्या होगा? चेक 10 AM से 4 PM के बीच बैंक को जमा करवाने पर तुरंत स्कैन करके क्लियरिंग हाउस को भेजा जाएगा। भुगतान बैंक को 7 PM तक चेक के सम्मान (honour) या अस्वीकृति (dishonour) की जानकारी देनी होगी। यदि उत्तर नहीं मिलता, तो चेक स्वतः ही स्वीकृति मान लिया जाएगा और क्लियर हो जाएगा । फेज़-2: T+3 घंटे का आश...

"दिल्ली से जयपुर और एयरपोर्ट पहुंचना होगा आसान: द्वारका एक्सप्रेसवे टनल पर शुरू हुआ ट्रायल रन"

 

दिल्ली-जयपुर हाईवे और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है।

अब सफर होगा और भी आसान क्योंकि द्वारका एक्सप्रेसवे पर बनी नई सुरंग (टनल) तैयार हो चुकी है और इस पर जल्द ही ट्रायल रन शुरू किया जा रहा है। यह टनल दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यात्रा करने वालों के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।

टनल की प्रमुख विशेषताएं:


लंबाई और चौड़ाई:

यह टनल कुल 5.1 किलोमीटर लंबी है जिसमें 3.6 किमी लंबा आठ लेन वाला मुख्य भाग और 1.5 किमी लंबी दो लेन की टनल शामिल है।


कनेक्टिविटी:

टनल द्वारका सेक्टर 21 को सीधे दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे (NH-48) से जोड़ेगी। इसके साथ ही यह IGI एयरपोर्ट टर्मिनल-3 तक बिना ट्रैफिक के सुगम पहुंच प्रदान करेगी।


निर्माण की लागत:

टनल समेत पूरा द्वारका एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट करीब 9,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इस हाईवे की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है – जिसमें 18.9 किमी हरियाणा में और 10.1 किमी दिल्ली में आता है।


टनल के फायदे:


यात्रा में कमी:

अब द्वारका से एयरपोर्ट तक पहुंचने में 30-40% समय की बचत होगी। पहले जहाँ लोगों को महिपालपुर और शिव मूर्ति जैसे भारी ट्रैफिक वाले रास्तों से गुजरना पड़ता था, अब वे इस टनल के जरिए डायरेक्ट एयरपोर्ट जा सकेंगे।


ट्रैफिक में राहत:

दिल्ली-गुरुग्राम के बीच रोज़ाना लगने वाला जाम अब काफी हद तक कम हो जाएगा। इसके अलावा महिपालपुर फ्लाईओवर पर भी ट्रैफिक दबाव घटेगा।


पर्यावरण को लाभ:

ट्रैफिक जाम कम होने से वाहन चालकों को ब्रेकिंग और आइडलिंग से बचत होगी, जिससे प्रदूषण में भी कमी आएगी।

टनल ट्रायल रन:


नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने जानकारी दी है कि टनल का ट्रायल रन जल्द ही शुरू होगा। इसमें विभिन्न प्रकार के वाहन चलाकर यह देखा जाएगा कि टनल में ट्रैफिक फ्लो कैसा है, सुरक्षा व्यवस्था कितनी सुदृढ़ है और क्या किसी प्रकार के सुधार की आवश्यकता है।


भविष्य की योजना:


टनल का ट्रायल रन सफल होने के बाद इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। यह प्रोजेक्ट दिल्ली-एनसीआर में इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


निष्कर्ष:

द्वारका एक्सप्रेसवे पर बनी यह सुरंग दिल्ली के ट्रैफिक सिस्टम में नया अध्याय जोड़ेगी। यह यात्रियों को न केवल समय की बचत देगी, बल्कि सफर को ज्यादा सुगम और सुरक्षित बनाएगी। आने वाले समय में यह दिल्ली-एनसीआर की एक नई पहचान बन सकती है।


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